स्नो सिटी नारकंडा में ताजा हिमपात होने से समूचा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है। बर्फबारी के चलते नारकंडा में एनएच-5 पर वाहनों के पहिये थमे हुए हैं। रामपुर से शिमला जाने वाली परिवहन निगम की बसों को वाया बसंतपूर सुन्नी होकर भेजा गया। वहीं एनएच-5 पर लाफुघाटी, मतियाना, शिलारू, नारकंडा और ओडी की ओर विभाग ने बर्फ हटाने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। वही RM प्रेम कश्यप ने कहा है कि नारकंडा में हुई बर्फबारी से NH-5 बन्द हो गया है। ऐसे में किन्नौर और रामपुर से शिमला की तरफ जाने वाले बसों को वाया सुन्नी होकर भेजा जा रहा है।
वहीं पर्यटक नगरी नारकंडा में पर्यटकों की आवाजाही भी अब बढ़ सकती है। वहीं यह बारिश बागवान और किसानों के लिए वरदान साबित हुई। बीते लंबे समय से बारिश न होने से किसान-बागवान भी निराश थे। बारिश से बागवान भी गदगद हुए हैं। मौसम न बरसने से सेब के पौधों में कैंकर रोग का भी खतरा पैदा हो रहा था, बगीचों में भी सूखे के कारण कोई कार्य नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं ।
बर्फ हटाने का काम युद्वस्तर पर शुरू कर दिया है। दो जेसीबी मशीनों की सहायता से विभाग के कर्मी एनएच पांच पर बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं। वहीं फिसलन वाली जगहों पर रेत डाली जा रही है। जल्द ही एनएच पांच यातायात के लिए बहाल कर दिया जाएगा।
कनव बरोजा
एसडीओ एनएच नारकंडा ।