ऊपरी शिमला में सेब बागवानी की मार्केटिंग को शिखर तक पहुंचाने में अहम रोल रखने वाले MKC नारकंडा के प्रसिद्ध आढ़ती शिशु मेहता का सोमवार को चंडीगढ़ में निधन हो गया। पिछले कुछ समय से चंडीगढ़ में उनका इलाज चल रहा था और इलाज के दौरान आज उनका देहांत हो गया। उनके देहांत से ऊपरी शिमला में शोक की लहर है। शिशु मेहता सरल, शांत स्वभाव और शांत स्वच्छ छवि के ईमानदार व्यक्ति थे और सेब बागवानो के साथ पिछले कई दशकों से उनका गहरा रिश्ता था ।
शिशु मेहता ऐसे पहले बड़े आढ़ती जिन्होंने सबसे पहले दिल्ली से नारकंडा आकर MKC आढ़त खोली थी जिसके बाद सेब बागवानो को दिल्ली की चोरबाजारी से राहत मिली थी और बागवान अपने घर द्वार पर ही अपना सेब बेच रहे थे। उसके बाद ही दिल्ली से बड़े आड़तियों का आगमन हिमाचल के लिए हुआ है और आज नारकंडा, मतीयाना , ठियोग सहित नेशनल हाईवे पर अनेकों दिल्ली के आढ़ती सेब कारोबार कर रहे है । जिस कारण से बागवानों का सेब घर द्वार पर ही आसानी से अच्छे दामों पर बिक जाता है जिससे बागवानों के समय की भी बचत होती है और बाहरी राज्य में होने वाली ठगी से भी बच जाते है।