मतियाना
जिला शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां माहेश्वरी देवी जी शड़ी मतियाना देवठी के मुख्य खानदानी वादक जीत राम गंधर्व के अकस्मात निधन से पूरे मतियाना परगना में शोक की लहर है। जीत राम गंधर्व का शुक्रवार सुबह अपने घर पर ही निधन हुआ है इसे पहले वो अस्वस्थ चल रहे थे और आईजीएमसी शिमला से उपचार चल रहा था उनकी आयु 75 वर्ष थी।
आपको बताते चले कि जीत राम गंधर्व जीवन पर्यंत माता के सेवक रहे है और देव वाद्य यंत्रों पर पारंपरिक दैविक सुर तालों और पहाड़ी लोक संस्कृति के ज्ञाता थे। जीत राम गंधर्व को ढोल नगाड़े और पहाड़ी ढोल वादन में महारथ हासिल थी और जिला शिमला में प्रसिद्ध ढोल वादक में इनका नाम शुमार रहा। माता माहेश्वरी के मुख्य शहनाई वादक रहे स्वर्गीय नारायण सिंह और जीत राम गंधर्व की जोड़ी हमेशा सुर्खियों में रहती थी। आज भी ऊपरी शिमला की देवठीयों में जो देव वाद्य यंत्रों के वादक है कही ना कही इनके ही सानिध्य और अनुसरण से परिपूर्ण हुए है।

जीत राम गंधर्व के अकस्मात निधन से पारंपरिक देव वाद्य यंत्रों और पहाड़ी कला क्षेत्र में कभी ना पूरी होने वाली क्षति हुई है।
माता माहेश्वरी के देवा नारायण दत्त शर्मा, बुजुर्ग कारदार उदी राम शर्मा, मुख्य पुजारी केशव राम शर्मा, भंडारी कृष्ण लाल, माता के ठगड़े अधिवक्ता मदन चौहान, डा ज्ञान ठाकुर, माठूराम, राजीव ठाकुर, प्रधान हीरा सिंह, दुर्गा सिंह ठाकुर सहित माता के सभी कारदारों ने जीत राम गंधर्व के अकस्मात निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।