ठियोग
एक तरफ जहां प्रदेश में वर्षा के कारण सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है और बागवानों किसानों को अपनी फसल मंडी तक पहुंचाने केलिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है, वहीं लोक निर्माण विभाग ने मजबूत दिख रही सड़क को तोड़ने के लिए काम शुरू कर दिया है। बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ठियोग-हाटकोटी सड़क पर गजेड़ी बाईपास पर पक्की सड़क को खोदने का काम शुरू कर दिया।बरसात और सेब सीजन के दौरान इस तरह पक्की सड़क को खोदनालोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस सड़क पर किसी प्रकार का कोई गड्ढा या दरार भी नहीं है जिससे सड़क को दोबारा टारिंग करने के लिए उपयुक्त माना जा सके। इस पर लोगोंने सवाल उठाए हैं। इसी मार्ग से ठियोग-हाटकोटी सड़क पर गजेड़ी बाईपास सड़क को खोदती मशीन ऊपरी शिमला के कोटखाई, रोहडू,चौपाल सहित अन्य स्थानों से सेब से लदे ट्रक गुजरते हैं। इंटरनेट मीडिया पर गजेड़ी बाईपास की पक्की सड़क को खोदने की खबर चलने के बाद लोगों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए सरकार को इस ओर ध्यान देने की मांग की है। लोगों का कहना है किउपमंडल में जहां विभाग की बाकी सड़कों की हालत खराब बनी हुई है। वहां विभाग का कोई अधिकारी सुध लेने के लिए नहीं पहुंच रहा है जबकि सेब सीजन में पक्की सड़क कोखोदने के लिए समय का चुनाव लोगों की समझ से परे लग रहा है।
55 किलोमीटर ठियोग-हाटकोटी सड़क को बने पांच साल हो चुके हैं। नियमानुसार पांच साल बाद सड़क पर दोबारा टारिंग की जानी होती है। टारिंग के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट मंजूरहै। मामला संज्ञान में आने के बाद गजेड़ी बाईपास पर टारिंग का काम रुकवा दिया गया है।
-पीपी सिंह, एक्सईएन, राष्ट्रीय
राजमार्ग प्राधिकरण।