केदारनाथ
चारधामों में से एक पवित्र केदारनाथ धाम के कपाट आज यानी 15 नवंबर (भाई दूज) से अगले 6 महीने के लिए बंद हो रहे हैं। इसके साथ ही आज पैदल यात्रा में डोली आज रामपुर पहुंचेगी और फिर कल गुप्तकाशी और 17 नवंबर 2023 को ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी। यहां पर पूरे शीतकाल के दौरान तकरीबन 6 महीने तक बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना और आरती की जाएगी। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट चार दिन बाद 18 नवंबर को बंद होंगे।
ज्योतिषीय गणना के आधार पर खुलते हैं कपाट
केदारनाथ मंदिर के पुजारियों के मुताबिक मंदिर के कपाट खोलने और बंद होने का निर्णय ज्योतिष शास्त्र के आधार पर किया जाता है। केदारनाथ मंदिर के कपाट को खोलने का फैसला अक्षय तृतीया के दिन लिया जाता है। फिर पंचांग देखकर शुभ तिथि का विचार करने के बाद डेट की घोषणा महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर की जाती है। बता दें कि साल 2023 में केदारनाथ मंदिर के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे।
गंगोत्री मंदिर के कपाट भी हुए बंद
मंगलवार यानी 14 नवंबर 2023 को अन्नकूट पूजा के बाद दिन में 11 बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री मंदिर के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। जिसके बाद मां गंगा की डोली शीतकालीन पड़ाव के लिए मुखीमठ मुखबा के लिए रवाना हुई। इस क्रम में आज यानी 15 नवंबर को मां गंगा की डोली मुखबा पहुंचेगी। जिसके बाद श्रद्धालु अब अगले 6 महीने तक मुखीमठ में ही मां गंगा के दर्शन कर पाएंगे। जानकारी के लिए बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे।